गाजियाबाद। उखलारसी श्मशान घाट पर हुए हादसे में मृतक व गंभीर रुप से घायल लोगों के परिजनों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन की टीम ने घर- घर जाकर डाटा एकत्र करना शुरू कर दिया है। एडीएम प्रशासन व उपजिाधिकारी मोदीनगर के नेतृत्व में शुरू किया डोर टू डोर सर्वे में पीड़ित परिवारों की आर्थिक स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। इसके अलावा डीएम ने मृतकों व घायलों के परिजनों से मिलकर उनकी हर मदद करने की बात कहीं। एक मृतक के परिजनों को डीएम ने मकान की चांबी भी सौंपी।
बंबा मार्ग स्थित श्मशान घाट परिसर में रविवार को श्रद्वांजलि देते समय लोगों के ऊॅपर छत गिर गई थी। इस हादसे में 24 लोगों विधायक और जिलाधिकारी ने पीड़ितों को दी मकान की चाबी की मौत हो गई ,जबकि काफी संख्या में लोग घायल हो गए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा ,सरकारी नौकरी ,आवास के अलावा घायलों को फ्री इलाज करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के बाद प्रशासन के अधिकारी हरकत में आ गए है।
एडीएम संतोष कुमार वाष्र्णेय व उपजिलाधिकारी व नायब तहसीलदार कोमल पंवार के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षण की टीमों ने हादसे में मृतक व घायलों के घर-घर जाकर आर्थिक स्थिति का जायजा लिया। उपजिलाधिकारी आदित्य प्रजापति ने बताया कि पीडि़तों में किसी परिवार के पास मकान है या नही। जिसके पास मकान नहीं ,उसे सरकारी योजना के तहत मकान दिलवाया जाएगा और जिन परिवारों में कोई कमाने वाला नहीं ,उनकी पढ़ाई की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होने बताया कि मुआवजा राशि देने के लिए मृतकों के परिजनों के बैंक खाता व अन्य जानकारी की जा रही है। जल्द मुआवजा राशि खाते में पहुंच जाएगी।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय़ ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के अनुसार हादसे में मारे गए राबिन की मां रजनी देवी को मकान की चांबी व प्रपत्र सौंप दिया गया है। अन्य के फार्म भरवाए जा रहे ,उनकों भी जल्द मकान मिल जाएगा। यदि किसी पीडि़त को कोई दिक्कत या परेशानी है तो मेरे से सीधा सम्पर्क कर सकता है।