कार, 16 मोबाइल, आधार कार्ड, चेकबुक और कंप्यूटर आदि सामान बरामद
गाजियाबाद। साइबर क्राइम सेल की टीम ने कोतवाली पुलिस के सहयोग से फर्जी कॉल सेंटर खोलकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले नौ शातिरों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक महिला समेत दो लोग फरार है।इनके पास से पुलिस ने कार, 16 मोबाइल, आधार कार्ड, पांच चेकबुक और दो कंप्यूटर आदि सामान बरामद किया है।
एसपी सिटी ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि पकड़े गए शातिरों में विपिन, आमिर, अरुण और नमित निवासी दिल्ली, अनुराग त्यागी निवासी सहारनपुर, हिमांशु व शिवम त्यागी निवासी मुजफ्फरनगर, अमित उर्फ मोनू एवं कमल शर्मा निवासी भोपुरा साहिबाबाद है, जबकि पुष्पा और नीरज फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है। उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लिंक रोड निवासी महिला के साथ पॉलिसी के नाम पर 17 लाख रुपए की ठगी हुई थी। एसएसपी कलानिधि नैथानी के आदेश पर जिसकी जांच साइबर क्राइम सेल को सौंपी गई थी।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में मुखबिर द्वारा जानकारी मिली की ठगी करने वाले नया बस अड्डा पेट्रोल पंप के सामने मौजूद हैं। इस सूचना पर टीम ने कोतवाली पुलिस को साथ लेकर नौ शातिरों को दबोच लिया। उनकी निशानदेही पर ठगी में प्रयोग होने वाला सामान बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि पूछताछ में ठगों ने बताया कि हम लोग कॉल सेंटर कंपनियों के पुराने कर्मचारियों से एवं इंटरनेट से डाटा लेकर लोगों को कॉल कर लोन, पॉलिसी रिन्यू, लैंप्स एवं कमीशन दिलाने के नाम पर ठगी करते थे और ठगी की रकम फर्जी बैंक खातों में डलवा कर कैश निकाल लेते थे।
इसके बाद किए गए उक्त नंबरों की सिम तोड़ देते थे। बताया कि कॉल सेंटर के मालिक आमिर और अरुण है। सर जी बैंक खातों का काम शिवम त्यागी करता था, जो किसी अलग-अलग व्यक्तियों के आधार कार्ड ऊपर उनके पते बदलकर बैंक खाते खुलवाता था। सिम कार्ड, मोबाइल और डाटा उपलब्ध कराने का काम अमित, कमल शर्मा करते थे, जबकि अन्य गिरफ्तार लोग कॉल करके लोगों को झांसे में लेते थे। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आए ठग अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं।