जेल में बंद बन्दियों को ठंड से बचाने को आगे आई राउंड टेबल संस्था

Share

500 बंदियों को बांटे गए कम्बल, जेल प्रशासन के प्रयासों से एनजीओ का सामाजिक कार्य, जेल प्रशासन ने एनजीओ का जताया आभार

गाजियाबाद। प्रदेश की सबसे हाईटेक डासना जेल में उस समय खुशनुमा माहौल देखा गया जब एक एनजीओ राउंड टेबल दुवारा जेल प्रशासन की पहल पर जिन बन्दियों की मुलाकात नही आती उन्हें चिन्हित कर पांच सौ से अधिक कम्बल वितरित किये गए। बता दे कि उत्तर भारत के पहाड़ों में कड़ाके की बर्फबारी के बाद अब शीतलहर मैदानी क्षेत्रों में पहुंच चुका है। जिसके चलते मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ चुकी है। ऐसे में बाहरी दुनिया में रहने वाले लोगों को ठंड से बचने के लिए अनेक उपाय मिल जाते हैं। लेकिन जो जेल के अंदर कैदी और बंदी होते हैं उनको सरकार की तरफ से ही बहुत से संसाधन दिए जाते हैं। जिससे वह अपनी ठंड को रोक सके। लेकिन बीते दिनों में जैसे जैसे ठंड बढ़ी है वैसे वैसे कैदियों की संख्या भी बढ़ गई है।

अब उन सभी कैदियों के लिए एक संस्था राउंडटेबल सामने आइ और उन्होंने पांच सौ कंबल कैदियों के लिए दान किए हैं। जिससे कहीं ना कहीं कैदियों के लिए भी इस कड़ाके की ठंड में गर्माहट मिलने की पूरी उम्मीद रहेगी। इस मामले में जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक विपिन मिश्रा और जेलर आनन्द कुमार शुक्ला ने बताया कि वरिष्ठ चिकित्सा परामर्शदाता डॉक्टर सुनील त्यागी के पी आर के चलते कई सामाजिक संस्था जेल में बंद बन्दियों के लिए कोई न कोई इंतजाम कर सामाजिक कार्य करते रहे है। इसी बीच राउंड टेबल एनजीओ के सदस्यों की पहल पर जिन बन्दियों की मुलाकात कोरोना काल मे आर्थिक स्तिथि सही न होने के चलते नही आ रही ऐसे बन्दियों को चिन्हित कर एनजीओ ने पांच सौ से अधिक कम्बल प्रदान कर एक नेक कार्य किया है साथ ही संस्था के सदस्यों ने कहाकि जेल में बंद बन्दियों की सहूलियत के हिसाब से जिस चीज की तरबियत हो संस्था उपलब्ध कराएगी।

राउंडटेबल के सदस्य रजत सिंघल,गौरव मित्तल, तरुण जैन ने बताया कि हमारी संस्था में 40 वर्ष से कम उम्र के सदस्य सामाजिक तौर पर कार्य करते हैं। सभी सदस्यों की सोच समान होती है और हमारी संस्था गरीब बेसहारा मजलुमो के साथ-साथ सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई कार्य करती है। और हमारे मन में विचार आया कि जहां बाहर की दुनिया में रहने वाले लोगों को ठंड में इंतजाम कर लिया जाता है। वही जेल में बंद बंदियों को ठंड से बचाने के उद्देश्य से कुछ ऐसा कार्य किया जाए जिससे कि मन को भी तसल्ली मिल सके और इसी उद्देश्य के चलते राउंड टेबल एनजीओ की टीम की तरफ से 500 से अधिक जेल में बंद बंदियों के लिए कंबल का इंतजाम कर उन्हें उपलब्ध कराए हैं । और आने वाले समय में स्थित हॉस्पिटल में एक ऐसी मशीन भी देने का वादा किया है जिससे कि डस्ट मशीन में डिस्पोजल किया जा सके।

साथ ही संस्था के सभी सदस्यों ने एक राय होकर जेल में जेल प्रशासन को अवगत कराया कि अगर जेल में कुछ भी ऐसी व्यवस्था हो जिससे हम लोग मदद कर सके तो बेझिझक एनजीओ से संपर्क किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार बता दे कि इस समय गाजियाबाद की जिला जेल उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक जेलों में सुमार की जाती है और हो भी क्यों न क्योकि जितने कार्य जेल में बंद बन्दियों के लिए किये जाते है सायद ही प्रदेश की किसी जेल में किये जाते है। जहां एक तरफ म्यूजिक बेंड, सिलाई कढ़ाई, एजुकेशन, आईपीएल की तर्ज पर जेपीएल, पेंटिंग, सहित तमाम कार्यक्रम जेल में संचलित है।

इसका श्रेय जेल प्रशासन को जाता है। इसी बीच इस बार पड़ रही कड़ाके की सर्दी को ध्यान में रखते हुए सामाजिक संस्था भी बन्दियों को कुछ देने का जज्बा लेकर जेल पहुंचे और पांच सौ से अधिक कम्बल बन्दियों को देकर उन्हें सर्दी से बचाने का कार्य किया गया। इसी बीच वरिष्ठ जेल अधियक्ष विपिन मिश्रा, जेलर आनन्द शुक्ला, वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ सुनील कुमार त्यागी, डिप्टी जेलर नीरज श्रीवास्तव, डिप्टी जेेलर शैलेश कुमार, डिप्टी जेलर ए के सिंह, डिप्टी जेलर सिद्धार्थ सुरेश, रजत सिंघल, गौरव मित्तल, अभिनव गोयल, पंकज मित्तल, मोहित गुप्ता, तरुण जैन, मनुज जैन, अमन गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।