किसानों ने निकाली केंद्र सरकार की शव यात्रा

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गाजियाबाद। तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर चल रहा किसानों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को जारी रहा। यूपी गेट के अलावा नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान जमा हैं और कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में तीन तरफ से घिरी दिल्ली में यूपी और हरियाणा से आने वालों को काफी दिक्कत पेश आ रही है। उधर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन व्यापक होता जा रहा है। आज यूपी गेट पर किसानों ने केन्द्र सरकार की शव यात्रा निकाली। इस दौरान पुलिस की किसानों के साथ झड़प भी हुई। किसानों का कहना है कि हम अपना आंदोलन तब तक नहीं खत्म करेंगे जब तक तीनों कानूनों को निरस्त नहीं किया जाता और एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दी जाती।

इसके अलावा नोएडा में चिल्ला बॉर्डर पर भी किसानों का आंदोलन जारी रहा। किसानों ने आज सुबह योग किया। इस दौरान बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। भाकियू भानू के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि किसान 26 जनवरी की परेड में शामिल होंगे। इसलिए यह तैयारियां की जा रही हैं।वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि जिस तरह के शब्द सरकार किसानों के लिए इस्तेमाल कर रही है वह पाप है। सरकार किसानों के प्रति उत्तरदायी है। सरकार को उनकी सुननी चाहिए और ये कानून वापस लेना चाहिए।

किसानों के मोबाइल चार्जिंग के लिए नि:शुल्क भेंट की सोलर प्लेट गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों के मोबाइल चार्जिंग के लिए राजस्थान के किसान ने सोलर प्लेटें निशुल्क दान की हैं। राजस्थान के गंगानगर निवासी किसान नेता कृष्ण भाभू ने आज 16 सोलर प्लेटें दान की। उन्होंने बताया कि यहां पर बिजली की व्यवस्था नहीं है ऐसे में किसानों को मोबाइल चार्ज करने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। कृष्ण भानू ने बताया कि किसानों की इसी परेशानी को देखते हुए मोबाइल चार्जर लगी 16 सोलर प्लेटें दी हैं। एक प्लेट से एक बार में पांच से छह मोबाइल एक साथ चार्ज हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की परेशानी काफी हद तक दूर होगी।