गाजियाबाद। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन आज सातवें दिन भी जारी है। कल कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ बातचीत बेनतीजा रही। अब तीन दिसम्बर को फिर बैठक होगी। बुधवार को भी टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर के साथ दिल्ली-यूपी गेट पर हजारों किसान धरने पर बैठे हुए हैं। इस बीच सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं। इसके साथ निहंगों ने बैरिकेड के पास खाना बनाना शुरू कर दिया है। इधर किसान आंदोलन को लेकर सरकार भी सक्रिय हो गई है।
दिल्ली में किसानों के मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।वहीं दूसरी ओर आज सुबह भारतीय किसान यूनियन की तरफ से यूपी गेट पर बुधवार को हवन किया गया। मुरादाबाद के किसान यहां हवन कर रहे हैं। हवन करने में शामिल किसान ऋषि पाल सिंह का कहना है कि सरकार की बुद्धि को शुद्ध करने के लिए यह हवन किया जा रहा है, जिससे किसानों का दर्द समझ सके और उनकी सभी मांगे पूरी हों।दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर तो किसानों ने सुबह बैरिकेड तोड़ दिया फिर उसी पर बैठकर देर तक धूप सेकते रहे।
दूसरी ओर आज यूपी गेट पर प्रदर्शन के दौरान हरदोई के रहने वाले हरप्रीत सिंह गाय लेकर पहुंचे। उन्होंने अपनी गाय दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड में बांध दी है। उनका कहना है कि किसान धरने पर बैठे हैं। गांव में पशु भूखे नहीं रह सकते। ऐसे में यहां अपनी गाय को भी आंदोलन में लेकर पहुंचे हैं।किसानों का कहना है कि कमेटी पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन जब तक कुछ ठोस बात नहीं निकलती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
उधर सिंघु बॉर्डर से किसानों ने कहा जब तक सरकार तीनों बिल वापस नहीं लेती तब तक ये आंदोलन ऐसे ही चलता रहेगा और अगर ऐसे ही चलता रहा तो आंदोलन और बड़ा होगा।