देहरादून। कांग्रेस विधानसभा सत्र में बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार पर दबाव बनाएगी। नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने कहा कि पार्टी विधायक जन सरोकारों को लेकर सदन में सक्रिय रहेंगे। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सभी पार्टी विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक की।
बैठक में तय किया गया कि किसान बिल के विरोध में आंदोलनरत किसानों के मुद्दे को सदन में प्रमुखता से उठाया जाएगा। 21 दिसंबर को एनएसयूआई और युवा कांग्रेस बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर विधानसभा का घेराव करेगी। सदन में इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाने का निर्णय लिया गया। डॉ. हृदयेश ने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। अब तक कई मामले सामने आ चुके हैं।
मुख्यमंत्री के स्टिंग से जुड़े मामले के साथ ही श्रम विभाग में कर्मकार कल्याण बोर्ड में करोड़ों रुपये के घोटाले लगातार सामने आ रहे हैं। विकास प्राधिकरणों में भ्रष्टाचार से जनता त्रस्त है। सरकार लगातार इन मुद्दों से बचने की कोशिश करती रही है। उन्होंने बताया कि सभी विधायकों ने क्षेत्रीय समस्याओं के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। इन सुझावों को लेकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। प्रदेश की जनता सरकार की अकर्मण्यता से परेशान है।
बड़ी तादाद में लोग सेवा से निकाले गए हैं। जो शेष हैं, उन्हें वेतन की दिक्कत पेश आ रही है। सरकार नई नौकरियां सृजित करने में विफल रही है। कांग्रेस इन सभी मुद्दों पर सदन के भीतर सरकार से जवाब मांगेगी। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र की अवधि काफी कम है। इसे बढ़ाने के लिए भी दबाव बनाया जाएगा।