निर्बाध, त्वरित, हाई-टेक और सुगम होनी चाहिए टूरिज्म की प्रत्येक प्रक्रिया – मुख्य सचिव

Share

जयपुर । वर्तमान में जब उद्योग महामारी से उबरने लगा हैं, ऐसे में पर्यटकों को यात्रा के आरंभ से लेकर अंत तक सहज एवं सुगम अनुभव प्रदान करने के लिए तकनीकी सुविधा प्रदान करने के लिए एक सिस्टम की आवश्यकता है। राजस्थान में ईज ऑफ ट्रैवलिंग को और विकसित करने की आवश्यकता है। टूरिज्म की प्रत्येक प्रक्रिया निर्बाध, त्वरित, हाई-टेक और सुगम होनी चाहिए। यह कहना था राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव निरंजन कुमार आर्य का। वे फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल द्वारा आयोजित वर्चुअल कॉन्फ्रेंस ‘राजस्थान कॉलिंग- लिवरेंजिंग टेक्नोलॉजी फॉर ड्राइविंग ग्रोथ ऑफ टूरिज्म’ में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।

विभिन्न प्रक्रियाओं में तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता के बारे में अतिरिक्त महानिदेशक – पर्यटन, भारत सरकार, रूपिंदर बरार ने कहा कि 171 देशों के लिए पहले से क्रियान्वित ई-वीजा प्रक्रिया को और सुव्यवस्थित करने की जरूरत है। काउंटर पर इंतजार करवाए बिना पासपोर्ट स्कैनिंग में तकनीकी हस्तक्षेप अथवा एयरपोर्ट कियोस्क पर कम से कम पेपर्स के जानकारी प्राप्त करने जैसी सुविधाओं पर और ध्यान दिया जाना चाहिए। इसी प्रकार, फीडबैक लेने, बायोमेट्रिक्स स्कैन करने और प्रोटोकॉल फॉलो करने के संदर्भ में होटल के कोविड रिस्पॉन्स की मॉनिटरिंग करना टेक्नोलॉजी के माध्यम से संभव है।

निदेशक – पर्यटन, राजस्थान सरकार निशांत जैन ने कहा कि हाल ही में लॉन्च की गई पर्यटन नीति में पर्यटन के एक्पीरेन्टियल, एडवेंचर, ट्राइबल, रूरल, क्राफ्ट, कूजिन, जैसे सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। राज्य सरकार ने पर्यटन को लेकर कई पहल आरंभ की हैं। ‘सिटीजन मोबाइल ऐप’ जल्द ही राजस्थान में लॉन्च किया जाएगा। पोस्ट-कोविड अपनी विजिबिलिटी बनाए रखने के लिए, राज्य की तैयारियों को प्रदर्शित करने के लिए फिल्म ‘राजस्थान इज रेडी’ को लॉन्च किया गया है। इसके अलावा, राजस्थान टूरिज्म द्वारा ‘रूट्स ऑफ राजस्थान’ अभियान भी चलाया गया। मार्केटिंग एवं प्रमोशन्स के लिए, विभाग नियमित रूप से सोशल एवं डिजिटल मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल्स के साथ जुड़ा है।

सीईओ, थ्रिलोफिलिया, चित्रा डागा ने कहा कि कंटेंट क्रिएशन को बड़े पैमाने पर करने की आवश्यकता है। यह वीडियो शूट, गोप्रो शूट, फोटोग्राफी और लेखन के रूप में किया जा सकता है, जिसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाला जा सकता है। ग्राउंड लेवल ऑपरेटर्स संचार के लिए तकनीकी रूप से सक्षम होने चाहिए ताकि वे कोविड काल में प्रोटोकॉल की पालना बेहतर तरीके से सुनिश्चित कर सकें।

हेड – पब्लिक पॉलिसी, एयरबीएनबी, विनीता दीक्षित ने कहा कि ऑनलाइन ट्रैवल ने भारत में छोटे उद्यमियों को अवसर प्रदान किए हैं। इसने व्यापक आउटरीच और डिजिटल माध्यम से बिजनेस संचालन करने में आसानी प्रदान की है। डिजिटल उपकरणों में निवेश नौकरी एवं आजीविका बचाने और नई दुनिया में आर्थिक सुधार की कुंजी है।

इससे पहले, स्वागत उद्बोधन देते हुए फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के चेयरमैन एवं कजरिया सेरामिक्स लिमिटेड के सीएमडी अशोक कजारिया ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र को प्री-कोविड स्तर पर पहुंचने में अन्य उद्योगों की तुलना में समय लगेगा। 2021 के दौरान घरेलू पर्यटन में तेजी देखने को मिलेगी।

को-चेयरमैन, फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल एवं सीएमडी, मंडावा होटल्स, रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि 2020 पर्यटन के लिए शून्य वर्ष रहा है। राजस्थान पर्यटन उद्योग शादियों और आस-पास की यात्रा के माध्यम से धीरे-धीरे पुनर्जीवित हो रहा है जिसमें अनिश्चितता और भारी छूट शामिल है। 2021 में सभी माध्यमों में गहन मार्केटिंग और प्रमोशन्स होने चाहिए।

कार्यक्रम का संचालन सीईओ एंड एमडी, ट्रान्स होटल्स, वीर विजय सिंह ने किया। इस अवसर पर यात्रा ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड की को-फाउंडर सबीना चोपड़ा भी उपस्थित थीं।