सराय काले खां में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए कारोबारी पराग घोष

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इससे पहले गाजीपुर टोल टैक्स पर लगे कैमरे में आए थे नजर
गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की आशियाना पाम कोर्ट सोसायटी में रहने वाले पराग घोष 27 अक्टूबर को घर से कार लेकर निकले थे, इसके बाद उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। परिजनों द्वारा तलाश करने के बाद भी जब वह नहीं मिले तो 28 अक्टूबर को सियानी गेट पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। राजनगर एक्सटेंशन से ही अपह्रत बिल्डर विक्रम त्यागी का कुछ पता नहीं चलने से पुलिस हरकत में आ गई और पराग घोष की तलाश में लग गई। पुलिस ने बताया कि पराग घोष की लोकेशन लगातार बदल रही है और वह सीसीटीवी कैमरे में अकेले ही कार चलाते हुए नजर आ रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि गाजीपुर टोल के बाद अब दिल्ली के ही सराय काले खां में कारोबारी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। वह अकेले ही गाड़ी चलाते हुए जा रहे हैं। इससे पता चलता है कि कारोबारी का अपलोड नहीं हुआ है, बल्कि वह अपनी मर्जी से गए हैं। पुलिस का कहना है कि कई टीम ने उनकी तलाश में दिल्ली और हरियाणा में डेरा डाला हुआ है। मामले का खुलासा जल्द कर दिया जाएगा।

मूलरूप से पश्चिमी बंगाल के रहने वाले 46 वर्षीय पराग घोष यहां राजनगर एक्सटेंशन की आशियाना पॉम कोर्ट सोसायटी में परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने इंदिरापुरम क्षेत्र में किराना की फ्रेंचाइजी ले रखी है। उनकी पत्नी ऋचा घोष नोएडा की एक मल्टी नेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। पराग घोष बीते मंगलवार सुबह करीब 10 बजे काम के सिलसिले में कार लेकर घर से निकले थे। दोपहर के बाद उन्हें फोन किया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इस पर उन्हें परिजनों द्वारा हर संभव जगह तलाश किया गया, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।

तहरीर के आधार पर सिहानी गेट पुलिस ने बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कर कारोबारी की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने बताया कि कारोबारी के एटीएम से इंदिरापुरम से 47 हजार रुपए निकले थे। यह रकम भी कारोबारी ने निकाली थी।