मुकदमा अवैध उगाही का विरोध करने पर वारदात को अंजाम देने का आरोप
गाजियाबाद। हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी द्वारा साथियों को पुलिस की वर्दी पहनाकर किशोर के अपहरण के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। अवैध उगाही का विरोध करने वारदात को अंजाम देने का आरोप लगा है। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने जितेंद्र त्यागी को नामजद करते हुए मामले की रिपोर्ट दर्ज की है और छानबीन में लगी है।
कविनगर थाने में बुधवार की रात एसएसपी के आदेश पर दर्ज हुई रिपोर्ट में संजय नगर सेक्टर 23 में रहने वाली महिला नेम वती ने बताया है कि 17 जुलाई वर्ष 2019 में हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष जितेंद्र त्यागी ने उनके दो बेटों अरुण और अमित के अलावा देवर सोनपाल से मारपीट की। आरोप है कि यह मारपीट ऑटो चालकों से अवैध उगाही का विरोध करने पर की गई। आरोप है कि मामले की शिकायत घटना वाले दिन पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस ने जितेन्द्र त्यागी की ऊंची पहुंच के चलते रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इंसाफ के लिए कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया गया।
अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि जब जितेन्द्र त्यागी को यह पता चला कि उस पर कार्रवाई के लिए भागदौड़ की जा रही है तो 18 अगस्त वर्ष 2019 को जितेन्द्र त्यागी अपने आधा दर्जन बदमाशों के साथ घर पहुंचा और अरुण को पूछने लगा। आरोप है कि चार बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। पीड़िता का आरोप है कि अरुण के घर पर न होने पर जितेन्द्र त्यागी उनके 12 वर्षीय छोटे बेटे वरुण का अपहरण करके ले जाने लगा और कहा कि अरुण, अमित और सोनपाल को भेज देना तथा वरूण को ले जाना।
कहा गया है कि इस दौरान विरोध करने पर आरोपियों ने मेरे व मेरी पुत्रवधू के साथ बदतमीजी की। मेरे द्वारा जितेन्द्र त्यागी के पैर पकड़ने पर बेटे को छोड़ा गया। आरोप है कि इसके बाद कार्रवाई करने पर जितेंद्र त्यागी लगातार धमकी देता रहा और दिलवाता रहा। जिसके चलते तीनों पीड़ित दुबक कर रहे। रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया है कि पूरी वारदात पड़ोसी प्रदीप गर्ग जो व्यापार मंडल के चेयरमैन है और निकट में परचून की दुकान करने वाले युवक के यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
पीड़िता ने बताया है कि जितेंद्र त्यागी ने एक हत्या पूर्व में कर रखी है और उसके खिलाफ विभिन्न मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस का कहना है कि मामला पुराना है। पूरे मामले की गंभीरता से तहकीकात की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।