शक्ति मल्लिक हत्याकांड में बड़ा खुलासा, 7 लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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पूर्णिया :- रविवार को बिहार के पूर्णिया में हुई बहुचर्चित दलित नेता शक्ति मल्लिक हत्याकांड को लेकर एसपी विशाल शर्मा ने बड़ा खुलासा किया है। एसपी ने कहा कि इस हत्याकांड में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत सभी नामजद छह राजद नेताओं का कोई हाथ नहीं है। उन्‍होंने कहा कि इस मामले में शामिल मुख्य अभियुक्त आफताब समेत सात अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

हत्या से एक दिन पहले भी उसने आफताब समेत कुछ लोगों को रुपये नहीं देने पर दिनभर बैठाकर रखा और गाली गलौज की थी। इसी आक्रोश में सातों अपराधियों ने प्लान बनाकर शक्ति मलिक की हत्या कर दी। एसपी ने उस सीसीटीवी फुटेज को भी दिखाया जिसमें हत्या के बाद अपराधी भाग रहे थे। जबकि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से पुलिस ने चार देशी कट्टा, एक पिस्तौल और चाकू भी बरामद किया है।

एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि शक्ति मलिक काफी दबंग और क्रूर आदमी था। वह लोगों को सूद पर रुपये देता था, , खासकर वह महिलाओं को रुपये देता था और बदले में उनसे छेड़खानी करने के साथ-साथ ब्लैकमेल करता था। इसके अलावा शक्ति मल्लिक के ऑफिस से नोट गिनने वाली मशीन, कई स्टांप पेपर, डायरी और अवैध तरीके से लोगों को सूद पर रुपये देने के कई कागजात बरामद हुए हैं। यही नहीं, वह सूद पर रुपये देने के बाद लोगों को प्रताड़ित करता था और अपने अवैध धंधे से लेकर राजनीति में उन लोगों का दुरुपयोग करता था।

बता दें कि शक्ति मल्लिक की पत्नी खुशबू देवी ने शक्ति मलिक के हत्या में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अनिल साधु, मनोज पासवान, कालू पासवान, सुनीता देवी समेत राजद के बड़े नेताओं के खिलाफ हत्या और एससी- एसटी एक्‍ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी।

एसपी ने कहा कि मृतक शक्ति मल्लिक पर पहले से अपहरण, ब्लैकमेलिंग समेत 6 मामले दर्ज थे। वही़, गिरफ्तार आरोपी आफताब ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उसने हत्या नहीं की बल्कि शक्ति मलिक जैसे रावण का बध किया है, क्योंकि उसने सबका जीना हराम कर दिया था। वह महिलाओं की इज्‍जत के साथ खिलवाड़ करता था और सबको ब्लैकमेल करता था।

इसके अलावा आफताब ने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी और पत्रकारों के भी उससे संबंध है। जबकि एसपी ने कहा कि अगर जांच में किसी पुलिसकर्मी की शक्ति मलिक के साथ संलिप्तता पाई जायेगी तो उन पर कार्रवाई होगी।