गाजियाबाद। सपा छात्र सभा के पूर्व प्रदेश सचिव मनीषा त्यागी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने महिलाओं और किसानों को राम भरोसे छोड़ दिया है। जहां किसान बिल से किसानों को गुलाम बनाने का काम किया जा रहा है। वहीं प्रदेश में महिला अपराध तेजी से बढ़ रहे है। बदमाश महिलाओं को जब चाहते हैं निशाना बना लेते हैं। जिसके चलते महिलाओं को इज्जत और जान बचाना मुश्किल पड़ रहा है। कोराना महामारी से आज पूरा देश जूझ रहा है। इस संकट से जहां हर वर्ग प्रभावित है,वही इसी कड़ी में हमारा अन्न दाता किसान भी आता है।इन्होंने कहा कि हम चाहे कोई भी काम क्यों ना करते हो, मगर किसान और खेती से वास्ता हम सभी का पड़ता ही है।
कोराना काल में जहां सभी धंधे चौपट हो गये थे, उस वक्त अन्नदाता ही हर आम और खास के साथ खड़ा दिखा। अगर किसान भी अपना मुँह मोड़ लेता तो इतनी मौत कोराना महामारी से नहीं हुई, जितनी भूख से होती। इसके बावजूद किसान के हितों की अनदेखी की जाती रही है। किस भी मायने में खेती से हम सभी का जीवन जुड़ा है। डॉक्टर, इंजीनियर, नेता,वकील, पुलिस इत्यादि की तो हमें अपने जीवन में कभी-कभी ही जरूरत पड़ती है। लेकिन किसान और खेती की हमें हर पल जरूरत पड़ती है।
चाय, कॉफी, बिस्किट,दूध, शक्कर, मैदा, आटा, चावल,दाल, फल, सब्जी इत्यादि हमें हर रोज चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज किसान परेशान है उसी तरह से लगातार महिलाएं शोषण का शिकार हो रही हैं। जहां महिला संबंधी अपराध प्रदेश में तेजी से बढ़े हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार हमेशा ही अपराधों पर नियंत्रण करने के लिए जानी जाती है। महिला, युवा,व्यापारी, मजदूर के सभी वर्गों को सुरक्षा एवं उन्नति के का काम भी सपा सपा सरकार नहीं किया था।