पांच नामजद सहित 10 लोगों पर धोखाधड़ी कर प्लॉट कब्जाने का मुकदमा दर्ज

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कोर्ट के आदेश पर हुआ मुकदमा दर्ज 

मसूरी। नेशनल हाईवे से सटे डासना मैं एक बार फिर फर्जी तरीके से प्लॉट पर कूटनीति रच कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्लाट कब जाने का मामला सामने आया है। जिसमें पीड़ित की तहरीर के आधार पर माननीय न्यायालय द्वारा पांच नामजद सहित 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश पुलिस को दिए हैं । पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल करने की बात कर रही है।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पीड़ित इफ्तिखार सिद्दीकी पुत्र शाहजहां सिद्दीकी निवासी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया मैन हापुर रोड डासना का आरोप है कि उन्होंने एक प्लॉट आवासीय दो रास्ते पर यानी एल टाइप प्लॉट नंबर 140 रकबा 100 वर्ग गज खसरा नंबर 1251 स्थित रफीकाबाद में दिनांक 16 -11- 2011 को अशरफ, नासिर और आसिफ बेग से खरीदा था। जिस पर 2-9 -2020 को क्षेत्र के रहने वाले प्रेम कुमार उर्फ गोगी पुत्र राजा निवासी डासना ने कब्जा करने की नियत से कब्जा कर लिया। जिसका मुकदमा कोर्ट में लंबित है। वही प्रेम कुमार गोगी द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसको किसी को बेच दिया और 2-9 2020 को शाम करीब 6:00 बजे प्रेम कुमार उर्फ गोगी, फरहत अली, मोहम्मद अहमद, यासीन, अजीज वह चार पांच अन्य अज्ञात लोग प्रार्थी के प्लाट पर तीन चार मजदूर मिस्त्री लेकर पहुंचे और मुझ को नाजायज पेपर दिखाकर कहने लगे कि यह प्लॉट मैंने फरहत को बेच दिया है।

जो तुझ से हो सके कर लेना और फरहत कहने लगा कि यह देख तेरे ही प्लॉट का बैनामा है। यह सभी लोग गाली गलौज करने लगे, मारपीट पर उतारू होने लगे और कूटनीति रच कर प्लॉट को धोखाधड़ी से सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ कर अपने नाम करने के साथ-साथ उस पर कार्य भी करने लगे। इस मामले की शिकायत मेरे द्वारा पुलिस को दी गई पुलिस के कहने पर वह लोग चले गए मगर फिर उन लोगों ने उस पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया। यही नहीं जान से मारने की धमकी देकर भी गए।

फिर मुझ पीड़ित द्वारा इस मामले में माननीय न्यायालय से गुहार लगाई गई। न्यायालय के आदेश पर सभी के खिलाफ मसूरी थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है  एसएचओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि डासना निवासी इफ्तिखार सिद्दीकी पुत्र शाहजहां सिद्दीकी द्वारा न्यायालय के आदेश पर प्रेम कुमार उर्फ गोगी, फरहत अली, मोहम्मद अहमद, यासीन, अजीम और चार पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ 420/467/468/470/504/506 और 120 बी के तहत मुकदमा पंजीकृत कर पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।