शिमला :- नागालैंड के पूर्व राज्यपाल, पूर्व सीबीआई निदेशक और हिमाचल के डीजीपी रहे आईपीएस अधिकारी अश्वनी कुमार ने छोटा शिमला के ब्रॉक्हॉस्ट एरिया में अपने घर में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। डीजीपी संजय कुंडू, आईजी हिमांशु मिश्रा और एसपी मोहित चावला भी तुरंत मौके पर पहुंचे।
डीजीपी संजय कुंडू के मुताबिक शाम 7:10 बजे उनके बेटे और बहु वॉक पर गए थे। उस वक्त अश्वनी कुमार घर की छत पर थे। वॉक से लौटने पर जब उन्होंने घर का दरवाजा खोलने की कोशिश की तो दरवाजा नहीं खुला। घर का मुख्य दरवाजा अंदर से लॉक था। उन्होंने दरवाजा तोड़ा, फिर दूसरे कमरे की तरफ चले गए।
दूसरे कमरे का दरवाजा भी लॉक था तो उसे भी तोड़ा और तीसरे कमरे की ओर बढ़े तो देखा कि दरवाजा खुला था और अंदर अश्वनी कुमार रस्सी से लटके हुए थे। रस्सी लगाने के लिए सीढ़ी का इस्तेमाल किया गया था। परिजनों ने रस्सी को काट कर उन्हें नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें अश्वनी कुमार ने लिखा कि वह इस जीवन को समाप्त कर अगली यात्रा पर निकल रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि उन्होंने सुसाइड नोट में इसके लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है। सुसाइड नोट में अश्वनी कुमार ने लिखा है कि गंभीर बीमारी के चलते वह यह कदम उठा रहे हैं। इसमें उन्होंने किसी को दोषी नहीं ठहराया है। सब खुश रहें यह कामना की है। सुसाइड नोट में आगे लिखा है- अपनी इच्छा से यह जीवन समाप्त कर अगली यात्रा पर निकल रहे हैं डीजीपी ने बताया कि सीन ऑफ क्राइम के फोटोग्राफ लिए गए हैं। सभी साक्ष्यों को इक्ठ्ठा किया गया है और एफएसएल की टीम ने भी मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। उन्होंने कहा कि शव को कब्जे में लिया गया है। गुरुवार सुबह पोस्टमॉर्टम कर शव को परिजनों के हवाले किया जाएगा।