सेना प्रमुख नरवणे ने मध्य कमान की ऑपरेशनल तैयारियों को देखा

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– राज्यपाल आंनदीबेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात

लखनऊ :- सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे शुक्रवार को राजधानी लखनऊ पहुंचे। उन्होंने नेपाल और चीन से सटी सीमाओं के हालातों और सेना की तैयारियों को लेकर मध्य कमान के सैन्य अफसरों के साथ चर्चा की। उन्होंने मध्य कमान के अन्तर्गत आने वाली उत्तराखंड से सटी सीमा पर लिपुलेख के पास चीनी सेना की तैनाती और भारत की ओर से उठाये गए कदमों की समीक्षा की और चौकसी बरतने के निर्देश दिए। 

सेना प्रमुख को मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आईएस घुमन ने सैन्य ऑपरेशनल और प्रशासनिक दोनों पहलुओं पर जानकारी दी गई। जनरल नरवणे ने मध्य क्षेत्र में सैन्य बलों की क्षमता वृद्धि और आपरेशनल प्रभावशीलता और बुनियादी ढांचे के विकास को सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने ऑपरेशनल तैयारियों के लिए मध्य कमान की प्रशंसा की। जनरल नरवणे ने उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बहुत कठिन मौसम की स्थिति में काम कर रहे अग्रिम क्षेत्रों में सैनिकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। लखनऊ से प्रस्थान करने से पहले जनरल नरवणे ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और अहम विषयों पर चर्चा की।

भारतीय थल सेनाध्यक्ष बनने के बाद जनरल नरवणे पहली बार अधिकारिक दौरे पर राजधानी लखनऊ पहुंचे थे। वह विशेष सर्विस विमान ने चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से हेलिकॉप्टर से वह छावनी के सूर्या खेल परिसर पहुंचे। यहां से सड़क मार्ग से जनरल नरवणे मध्य कमान मुख्यालय पहुंचे। उनका लखनऊ का दौरा इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ समय से चीन और भारत के बीच एलएसी पर तनाव की स्थिति है। हाल ही में उत्तराखंड से सटी सीमा पर लिपुलेख के पास चीन ने जवानों की संख्या बढ़ा दी है। यह इलाका मध्य कमान के अन्तर्गत आता है। अपने दौरे के दौरान जनरल नरवणे ने नेपाल और चीन से सटी सीमाओं के हालातों और सेना की तैयारियों को लेकर सैन्य अफसरों के साथ चर्चा की और निर्देश दिए। 

बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्विट करके कहा’ भारतीय थल सेना के अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे जी से आज शिष्टाचार भेंट हुई। उनका साहस, उत्साह और राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव ‘सुरक्षित भारतीय सीमा’ को प्रतिबिंबित करता है। भारतीय सेना ‘राष्ट्र प्रथम’ के संकल्प और भावना की प्रतिमान है।