नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की शुरुआत करते हुए कहा कि “अब हमारे पास भारत में कोरोना से प्रभावित इलाकों की पूरी जानकारी है. साथ ही जिला स्तर पर इससे निपटने की प्रक्रियाओं को समझा गया है. जो इसके खिलाफ एक लड़ाई लड़ने में मदद करेगी. और इसलिए, अब हम कोरोनोवायरस के खिलाफ इस लड़ाई में अपनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास दोतरफा चुनौती है – बीमारी के प्रसारण दर को कम करने के लिए, और सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए, धीरे-धीरे सार्वजनिक गतिविधि को बढ़ाने की. हमें इन दोनों उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम करना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को लेकर राज्यों द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार किया गया है. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों द्वारा COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि देश में चिकित्सा और स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता है. साथ ही चिंता व्यक्त की है कि ग्रामीण इलाके को कोरोना के संकट से दूर रखना है.
बैठक के दौरान मुख्यमंत्रियों ने अर्थव्यवस्था पर अपने सुझाव देते हुए कहा कि MSMEs, पावर, इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं, ऋणों पर ब्याज दरों में ढील और कृषि उपज को आसानी से बाजार पहुंचाया जा सके. ऐसा ढांचा बनना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान कहा कि कोरोना संकट ने विश्व युद्ध की तरह पूरी दुनिया को बदल दिया है. अब प्री कोरोना और पोस्ट कोरोना की तरह दुनिया को देखा जायेगा. उन्होंने कहा कि जीवन का नया तरीका “जन सेवक जग तक” के सिद्धांत पर एक व्यक्ति से लेकर पूरी मानवता तक होगा.