गाजियाबाद :- जिले के एमएमजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मेडिकल स्टाफ के लिए मुसीबत बने कोरोना वायरस के संदिग्ध छह जमाती मरीजों के खिलाफ पुलिस ने आधी रात को जांच-पड़ताल के बाद मुकदमा दर्ज किया है।
अस्पताल की नर्सों ने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को एक पत्र लिखकर शिकायत की थी कि अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस के संदिग्ध 6 जमाती मरीज नर्सों से बदसलूकी करने के साथ ही अश्लील इशारे भी कर रहे हैं। इस पर स्टॉफ की लिखित शिकायत के बाद अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) ने जमातियों के खिलाफ गुरुवार की रात को कोतवाली घंटाघर में तहरीर दी है।
जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय ने तत्काल पुलिस को इस गंभीर मामले की जांच के आदेश दिए। सीएमएस ने कोतवाली में दी गई तहरीर में लिखा कि आइसोलेशन वार्ड में तैनात नर्सों ने लिखित शिकायत दी है कि अस्पताल में भर्ती जमाती बिना पैंट के नंगे घूम रहे हैं। वार्ड में गंदे अश्लील गाने सुन रहे हैं। आइसोलेशन में रखे गए जमाती नर्सों को गंदे-गंदे इशारे कर रहे हैं। इतना ही नहीं डॉक्टरों, नर्सों व कर्मचारियों से बीड़ी व सिगरेट की मांग की जा रही है। नर्सों ने ऐसी स्थिति में काम करने से इंकार कर दिया है।
तहरीर मिलने और डीएम के जांच निर्देश मिलने के बाद पुलिस ने देर रात ही अस्पताल पहुंचकर जांच शुरू की। पुलिस क्षेत्राधिकारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल की नर्सों के बयान दर्ज करने के साथ ही मेडिकल स्टाफ से पूछताछ की गई है। पुलिस की तहकीकात में नर्सों के आरोप सही पाये गए। इसलिए सभी 6 दोषियों के खिलाफ आधी रात को ही आईपीसी की धाराओं 354, 294, 509, 269, 270, 271 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष रूप से जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।