ग्रेटर नोएडा: नोएडा के सेक्टर 150 स्थित गोदरेज नेस्ट परियोजना में फ्रॉड हुआ है। यूपी रेरा ने यह फैसला सुनाते हुए कार्रवाई सुरक्षित रखी है। रेरा ने कहा कि झूठे तथ्यों पर बायर्स को ठगा गया। बिल्डर ने दूसरी कंपनी के नाम पर प्रचार कर बुकिंग की थी। इसके खिलाफ 2 बायर्स ने यूपी रेरा में शिकायत की थी, जिस पर सुनवाई हुई। गोदरेज नेस्ट सोसायटी में 850 फ्लैट्स हैं। सामान्य तौर पर ऐसे मामलों में रेरा बिल्डर को बायर्स के रुपये ब्याज समेत लौटाने का आदेश देता है।
लेखा पांडेय और कर्नल अंतरयामी कुमार ने शिकायत की थी। रेरा को बताया कि बिल्डर ने दूसरे नाम से रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके 4 शेयर होल्डर हैं। सबसे ज्यादा शेयर लोटस ग्रीन कंस्ट्रक्शन का है। दिसंबर 2018 मे शिकायतकर्ताओं ने बुकिंग कराई थी। रेरा ने शिकायत की सुनवाई में बिल्डर के तथ्य झूठे पाए। रेरा ने कहा, सबसे ज्यादा शेयर लोटस ग्रीन कंस्ट्रक्शन का है, ऐसे में इसी को मालिक माना जाएगा। अगली सुनवाई में बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश आएगा।
शाहबेरी केस में लिया रजिस्ट्री का ब्योरा
शाहबेरी के मामलों में भी यूपी रेरा में फैसले सुरक्षित रखे गए हैं। ये हायर बेंच को रेफर किए गए हैं। इससे पहले रेरा ने ग्रेनो अथॉरिटी से शाहबेरी में हुई सभी रजिस्ट्री का ब्योरा हासिल किया है। ग्रेनो अथॉरिटी ने करीब एक हजार रजिस्ट्री की फाइल रेरा को दी है। इनके बारे में रेरा में अध्ययन हो रहा है। अभी तक की जांच में रजिस्ट्री में ग्रेनो अथॉरिटी की भूमिका नहीं मिली है।