गाजियाबाद : जिला एमएमजी अस्पताल को पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड किया जाएगा। इस संबंध में शासन ने स्वीकृति दे दी है। अस्पताल के सीएमएस ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन की ओर से प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था जिसे स्वीकार करके बजट में इसका प्रावधान किया गया है। अस्पताल में फिलहाल पैथॉलजी लैब ही कंप्यूटराइज्ड है। मरीजों से संबंधित अन्य सभी कामकाज कागज पर ही होते हैं। ओपीडी में आने वाले मरीज हों या भर्ती मरीज। सबकी फाइल ही बनाई जाती है। अस्पताल के कंप्यूटराइज्ड होने के बाद मरीजों का पूरा डाटा और उनके मेडिकल रेकॉर्ड सुरक्षित रखने में आसानी रहेगी। अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र राणा ने बताया कि यह पूरी व्यवस्था आउट सोर्सिंग के जरिए की जाएगी। शासन स्तर से इसके लिए किसी कंपनी को हायर किया जाएगा, जो अस्पताल में जरूरी संसाधन और कर्मचारी मुहैया करवाएगी। निजी कंपनी से एक साल का अनुबंध हो सकता है। एक साल में अस्पताल के स्टाफ को भी कंप्यूटर पर काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद शासन के निर्देशों पर निर्भर होगा कि कंपनी का अनुबंध बढ़ाया जाएगा या अस्पताल के कर्मचारी कंप्यूटराइज्ड सिस्टम को संचालित करेंगे।