रजिस्ट्री शुल्क बढ़ने से दोहरी मार पड़ेगी यहां के 3 लाख घर खरीदारों पर

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संपत्ति की रजिस्ट्री की पंजीकरण फीस बढ़ने का असर नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 3 लाख से अधिक फ्लैट खरीदारों पर पड़ेगा। ये वे खरीदार हैं जो 10 साल से फ्लैट पाने के लिए चक्कर काट रहे हैं या बिना रजिस्ट्री के अभी फ्लैट में रह रहे हैं। प्राधिकरण-बिल्डर की लापरवाही से इनको अभी तक न तो फ्लैट मिले और न ही मालिकाना हक। ऐसे में खरीदारों पर दोहरी मार पड़ेगी।

यूपी केबिनेट ने बुधवार को रजिस्ट्री की फीस बढ़ाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। अभी तक कितनी भी महंगी संपत्ति की रजिस्ट्री की 20 हजार रुपये अधिकतम फीस ली जाती थी लेकिन अब कीमत के हिसाब से एक प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई है। शासनादेश जारी होते ही इसे लागू कर दिया जाएगा। ऐसे में अब नोएडा-ग्रेटर नोएडा के फ्लैट खरीदारों पर इसकी दोहरी मार पड़ने वाली है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 30-40 लाख से लेकर 1 करोड़ और उससे महंगे तक फ्लैट लोगों ने खरीद रखे हैं। ऐसे में उनको संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के लिए काफी अधिक फीस चुकानी होगी।

महत्वपूर्ण यह है कि जो फ्लैट खरीदारों ने बुक करा रखे हैं उनको अभी तक कब्जा नहीं मिल पाया है। वर्ष 2009-10 में बुकिंग कराने के बाद आज तक फ्लैट पाने के लिए धक्के खा रहे हैं। इस समय बिल्डर परियोजनाओं में या तो काम बंद पड़ा है या फिर काफी धीमी गति से चल रहा है। परियोजनाओं में खरीदारों को 2013-2015 तक कब्जा मिल जाना चाहिए था। अगर ऐसा हो जाता तो खरीदारों पर पैसों का अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता। आम्रपाली, यूनिटेक, जेपी आदि बिल्डर की परियोजनाओं में अधिक खरीदार फंसे हुए हैं।

इसके अलावा जिन खरीदारों को मकान मिल गए हैं उनमें से काफी फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हो सकी है। रजिस्ट्री नहीं होने के लिए सीधे तौर पर प्राधिकरण व बिल्डर जिम्मेदार हैं। परियोजना पर बकाया जमा नहीं होने पर प्राधिकरण कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी नहीं कर रहा है। बिना इसके संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं हो सकती है। ऐसे में खरीदार बड़े संकट में फंस गए हैं।

पांच साल में सर्किल रेट आसमान पर पहुंचे

बीते करीब पांच साल में नोएडा-ग्रेटर नोएडा में सर्किल रेट भी काफी बढ़ गए हैं। शहर के सबसे महंगे ए श्रेणी के सेक्टरों का सर्किल रेट 85 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर था जो अब बढ़कर 1 लाख 3 हजार 500 रुपये हो गया है। सबसे सस्ते सेक्टर के सर्किल रेट भी 27 से बढ़कर 40 हजार हो गए हैं। फ्लैट के रेट भी बढ़ोतरी की गई है। नोएडा प्राधिकरण ने भी आवंटन रेट में बढ़ोतरी की थी।

आफत : एक बार फिर सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी

इस साल एक अगस्त से नए सर्किल रेट लागू हो जाएंगे। सर्किल रेट बढ़ाने के लिए निबंधन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। ऐसे में खरीदारों की दिक्कतें कम होने की उम्मीद नहीं है।

अपील : पुराने रेट पर रजिस्ट्री की मांग

नोएडा के लोग पुराने सेक्टर के सर्किल रेट पर ही रजिस्ट्री की मांग कर रहे हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इससे बोझ बढ़ रहा है।

लोगों में आक्रोश

सोसाइटी में करीब एक साल से रह रहा हूं। तीन बेडरूम का फ्लैट करीब 90 लाख रुपये में लिया था। बिल्डर ने फ्लैट बेचते समय एक महीने के अंदर रजिस्ट्री का दावा किया था लेकिन अभी तक नहीं हुई है। अब रजिस्ट्री की फीस बढ़ने की खबर पता चली तो होश उड़ गए। अतिरिक्त पैसे कहां से लेकर आएंगे। -शरद सिंह, सेक्टर-77 प्रतीक विस्टीरिया सोसाइटी 

मैंने सेक्टर-143 स्थित परियोजना में तीन बेडरूम का फ्लैट बुक करा रखा है। इसकी कीमत करीब 51 लाख रुपये है। वर्ष 2013 तक यह फ्लैट मिल जाना चाहिए था, जो अभी तक नहीं मिला। अब बिल्डर की लापरवाही से सर्किल रेट और फीस का अनावश्यक खर्चा बढ़ गया है, कब्जा मिलने के बीते चुके समय के रेट ही रजिस्ट्री होनी चाहिए। -मनीष, खरीदार, लॉजिक्स ब्लोसम ग्रीन्स

सरकार का आदेश

शासनादेश आने पर ही रजिस्ट्री की फीस बढ़ने से संबंधित तथ्य स्पष्ट हो सकेंगे। अभी तक यही पता चला है कि शासनादेश में लागू होने की तारीख के बाद जो फ्लैट की रजिस्ट्री कराएगा, उसे नए रेट के हिसाब से फीस देनी होगी।” -जीपी सिंह, डीआईजी, निबंधन विभाग