दिल्ली चुनाव 2020 : मतदान में हो रही देरी QR कोड स्कैनिंग में दिक्कत के चलते

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दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर आज वोट डाले जा रहे हैं। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ, जो शाम छह बजे तक जारी रहेगा। दिल्ली में आज 1.47 करोड़ लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर 672 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। 

दिल्ली चुनाव में पहली बार वोटिंग के दौरान QR कोड स्कैनिंग की वजह से कुछ पोलिंग बूथों पर वोटिंग में देरी हो रही है। इसके कारण कई जगहों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई हैं।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने बताया कि 81 लाख से अधिक पुरुष मतदाता, 66.80 लाख महिला मतदाता और 869 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। इनमें करीब 2.33 लाख मतदाता 18 से 19 साल की आयुवर्ग के हैं, 2.04 लाख मतदाता 80 साल के वरिष्ठ नागरिक हैं जबकि 11,608 सर्विस वोटर हैं।

इस बार जो दिग्गज उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं उनमें- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आम आदमी पार्टी की आतिशी और राघव चड्ढा, चार पूर्व महापौर भाजपा के आजाद सिंह, योगेंद्र चंदोलिया, रवींदर गुप्ता और खुशी राम तथा दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा जैसे नाम शामिल हैं। 

मतदान के लिए दिल्ली में 2,689 स्थानों पर कुल 13,750 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। जहां तक संवेदनशील मतदान केंद्रों की बात है तो 516 जगहों पर 3704 बूथ इस श्रेणी में आते हैं। अधिकारियों ने बताया कि संवेदनशील श्रेणी के मतदान केंद्रों पर पुलिस सुरक्षा के अलावा अर्द्धसैन्य बल भी सुरक्षा में तैनात हैं। ऐसे केंद्रों पर गतिविधियों पर वेबकास्टिंग के जरिये नजर रखी जा रही है।

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर शाहीन बाग में सभी पांच मतदान केंद्रों को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। 

आम आदमी पार्टी (आप) को पिछले विधानसभा चुनाव में हासिल की गई अद्भुत जीत को दोहराने का विश्वास है, जहां उसने 70 में से 67 सीटों पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सभी सातों सीटों पर जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘आप’ को हराने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस पिछली बार के मुकाबले अपने प्रदर्शन में सुधार लाने की कवायद में है। गत विधानसभा चुनाव में उसे एक भी सीट नहीं मिली थी।

‘आप’ को 2015 के चुनावों में 54.3 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि भाजपा को 32 प्रतिशत और कांग्रेस को महज 9.6 प्रतिशत वोट मिले थे। मतगणना मंगलवार को होगी।