SSP ने उठाया गाजियाबाद में क्राइम कंट्रोल को ठोस कदम, शुरू की ये खास व्यवस्था

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गाजियाबाद में हो रहे अपराधों को देखते हुए जिले के दो थानों मसूरी और इंदिरापुरम में शुक्रवार से बीट प्रणाली लागू कर दी गई है। दोनों थाना क्षेत्र में कुल 42-42 बीट बनाए गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के निर्देश पर संबंधित थाना प्रभारियों ने प्रत्येक बीट के लिए नियुक्त कांस्टेबलों के साथ मीटिंग की और उन्हें जरूरी दिशानिर्देश देकर रवाना किया। 

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि जिले में बीट प्रणाली पहले भी थी, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिल रहा था। इसलिए अब इसे प्रभावी बनाने के लिए नए सिरे से लागू किया गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शहरी क्षेत्र के इंदिरापुरम और देहात क्षेत्र के मसूरी थाना क्षेत्र में यह व्यवस्था लागू की जा रही है। दोनों थाना क्षेत्र में 42-42 बीट बनाए गए हैं। इन सभी बीटों के लिए बीट कांस्टेबल भी नियुक्त कर दिए गए हैं। यहां सफलता मिलने पर जिले के बाकी बचे थानों में भी इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा।

दोनों थानों को मिलीं 21 बाइकें

एसएसपी ने बताया कि दोनों थानों को बीट प्रणाली के तहत 21-21 बाइकें दी गई हैं। वायरलेस और पीए सिस्टम से लैस इन बाइकों पर बीट कांस्टेबल 24 घंटे लगातार अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगे। जल्द ही बीट कांस्टेबलों को बॉडीवार्न कैमरे और सीयूजी सिमकार्ड भी आवंटित कर दिए जाएंगे।

बॉडीवार्न कैमरे से होगी निगरानी

बीट में भेजने से पहले एसएसपी ने सभी बीट कांस्टेबलों को साफ तौर पर चेतावनी दी है कि किसी आम आदमी के साथ वह अभद्रता नहीं करेंगे। यदि किसी बीट कांस्टेबल द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए सभी कांस्टेबलों को जल्द बॉडीवार्न कैमरे उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इस कैमरे का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यदि ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मियों से कोई अभद्रता करता है तो यह कैमरा उसे भी रिकॉर्ड करेगा। यह रिकॉर्ड पुलिस कर्मियों को अपनी सफाई पेश करने में काम आएगा।

आम आदमी के बीच पैठ बनाने की कोशिश

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस व्यवस्था से आम आदमी के बीच पैठ बनाने में मदद मिलेगी। कई बार क्षेत्र में अलग-अलग पुलिस कर्मियों को देखकर लोग छोटी-छोटी बातें शेयर नहीं करते हैं। लेकिन जब एक ही पुलिसकर्मी रोज लोगों से मिलेगा तो उसकी पैठ बनेगी। अपने क्षेत्र की सूचनाएं मिलेंगी। इससे पुलिस को अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।

चेन सिस्टम से होगा काम

एसएसपी ने बताया कि यह व्यवस्था एक चेन में है। बीट कांस्टेबल अपने क्षेत्र की सूचना संबंधित थाना प्रभारी को देंगे। थाना प्रभारी सीओ को और सीओ संबंधित एसपी को देंगे। इस प्रकार संबंधित एसपी के माध्यम से वह सूचना उन तक पहुंचेगी। इसी क्रम में किसी भी प्लेटफॉर्म पर यदि मामले की गंभीरता को पकड़ लिया जाएगा तो तत्काल एहतियाती उपाय किए जाएंगे।