LIG, HIG और MIG फ्लैटों की योजना जल्द आएगी नोएडा के इन सेक्टरों में

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खाली पड़े आवासीय भूखंडों के बाद अब नोएडा प्राधिकरण ने फ्लैटों की योजना लाने की तैयारी शुरू कर दी है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्थित करीब 345 भूखंड की योजना लाई जाएगी। इनमें एलआईजी, एचआईजी और एमआईजी तीनों तरह के फ्लैट शामिल हैं। यह प्रस्ताव जल्द होने वाली बोर्ड बैठक में लाया जाएगा। उम्मीद है कि इस महीने के अंत या फिर फरवरी में योजना को लांच कर दिया जाएगा।

शहर में लंबे समय से फ्लैटों की योजना नहीं आई है। सपा सरकार में समाजवादी आवास योजना के नाम से फ्लैटों की योजना लाई गई थी। अब नोएडा प्राधिकरण ने बीते सालों में लाई गई योजना में सरेंडर किए जा चुके फ्लैटों का सर्वे कराया। इस सर्वे में करीब 345 फ्लैट सामने आए जिनको लोग सरेंडर कर चुके हैं। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि ये भूखंड सेक्टर-73, 82, 93, 99, 118,135 आदि सेक्टरों में हैं।

अधिकारियों ने बताया कि कुल 345 भूखंड में से एलआईजी 315, एचआईजी और एमआईजी के 30 फ्लैट हैं। सेक्टर-118 व 135 में एलआईजी फ्लैट खाली पड़े हुए हैं। इन फ्लैट की योजना लाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इन फ्लैट का आवंटन ड्रॉ के जरिए किया जाएगा या ऑनलाइन बोली के जरिए, रेट समेत कई चीजों पर निर्णय के लिए इस प्रस्ताव को बोर्ड बैठक में लाया जाएगा।

व्यावसायिक भूखंड भी होंगे

प्राधिकरण एक बार फिर छोटे व्यावसायिक भूखंड व दुकानों की योजना लांच करने जा रहा है। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि मार्च तक व्यावसायिक विभाग से जुड़ी कई योजना लांच की जाएगी। करीब डेढ़ साल पहले निकाली गई 61 व्यावसायिक भूखंड में से सिर्फ 1 भूखंड के लिए लोगों ने आवदेन किया था। अधिकारियों ने बताया कि रेट अधिक होने के कारण इसमें आवेदन नहीं आए।

दाम को लेकर मंथन चल रहा

अधिकारिक सूत्रों की मानें तो एलआईजी फ्लैट 50 से 65 लाख, एमआईजी 1 करोड़ और एचआईजी फ्लैट डेढ़ से पौने दो करोड़ के आसपास होंगे लेकिन जब ये फ्लैट आवंटित किए गए थे उस समय कीमत काफी कम थी। ऐसे में इन फ्लैट का रेट भी तय करने के लिए अधिकारियों के बीच बैठक चल रही है।

खाली भूखंड दोबारा देंगे

करीब तीन महीने पहले प्राधिकरण ने शहर में खाली पड़े भूखंडों की अलग-अलग दो योजना निकाली थी। दोनों योजना में भूखंड लेने के लिए ऑनलाइन बोली लगाने का समय समाप्त हो चुका है। ऐसे में अभी करीब खाली रह गए 275 भूखंड के लिए दोबारा से योजना लाई जाएगी।