नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा के मामले में एक व्हाट्सअप ग्रुप के सात सदस्यों की पहचान कर ली है। यह व्हाट्सअप ग्रुप जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में भड़की हिंसा के लिए बनाया गया था और इसी के जरिए लोगों को जोड़ा गया था। दिल्ली पुलिस ने इससे पहले 37 लोगों की पहचान कर चुकी है। ऐसे में व्हाट्सअप ग्रुप में शामिल कुल 60 में से 44 लोगों की अब तक पहचान हो गई है। दिल्ली पुलिस इसको आधार मान कर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है।
आपको बताते जाए कि जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आज फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रपोर्ट जारी कर दी है। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की सदस्य सुष्मिता देव ने दिल्ली के कांग्रेस मुख्लायल में मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट में बताया कि यह फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट जेएनयू में छात्रों और फैकल्टी मेंबर से बातचीत के आधार पर है।
फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने यह मुख्य मांगें रखी हैं। जिनमें कुलपति एम. जगदीश कुमार को तुरंत हटाया जाना चाहिए, कैंपस में जो भी घटनाएं घटीं, उसकी आपराधिक जांच होनी चाहिए,कुलपति और फैकल्टी मेंबर्स की आपराधिक जांच होनी चाहिए और जो भी पुलिस वहां मौजूद थी, उसकी जवाबदेही तय होनी चाहििए ।