DELHI ASSEMBLY ELECTION : 1 फरवरी से CM योगी करेंगे प्रचार, लुभाएंगे पूर्वांचल वोटर्स को!

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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में एक फरवरी से चुनाव प्रचार करेंगे। विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान उनकी कुल 12 रैलियां अभी तय की गई हैं। लेकिन अगर जरूरी हुआ तो रैलियों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। भाजपा के एक नेता ने यह जानकारी दी। दिल्ली में चुनाव प्रचार का काम देख रहे एक भाजपा नेता ने बताया कि प्रचार कार्यक्रम लगभग तैयार कर लिया गया है।

योगी एक फरवरी को करावल नगर और मुस्तफाबाद में जनसभाएं करेंगे। फिलहाल छह रैलियों की रूपरेखा और स्थान तक किए गए हैं। बाकी छह पर निर्णय जल्द ही किया जा सकता है। आदर्श नगर और नरेला के अलावा बवाना में भी योगी की जनसभाएं प्रस्तावित हैं। योगी इनके अलावा रोहिणी और बादली में भी सभाएं करेंगे। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ की सभाएं ऐसी जगह लगाई गई हैं जहा पूर्वाचल वोटरों की संख्या बहुतायात में है।

ध्यान रहे कि भाजपा ने स्टार प्रचारकों की जो सूची तैयार की थी, उसमें योगी आदित्यनाथ का नाम भी शामिल था। दिल्ली में पूर्वांचल के लोग 30 से 32 फीसदी तक हैं। भाजपा इन्हीं वोटरों को लुभाने के लिए योगी को मैदान में उतार रही है। भाजपा का दिल्ली में चुनावी प्रबंधन का काम देख रहे भाजपा नेता ने बताया, प्रचार में अब कुछ दिन ही बचे हैं।

हमने महसूस किया है कि दिल्ली में योगी आदित्यनाथ की मांग ज्यादा है। इसलिए, हमने हर दिन उनकी दो रैलियां कराने का प्लान बनाया है। फिलहाल उनकी रैलियों का संभावित कार्यक्रम है। जमीनी रिपोर्ट और फीडबैक के आधार पर इसे बदला भी जा सकता है।

जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी और नीतीश कुमार की रैली का कार्यक्रम आगे बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी की रैलियों के लिए ऐसी जगह चुनी गई हैं, जहां ज्यादा से ज्यादा वोटरों को साधा जा सके। पहली रैली तीन फरवरी को पूर्वी दिल्ली के कडक़डड़ूमा में सीबीडी ग्राउंड में और दूसरी रैली चार फरवरी को वेस्ट दिल्ली के द्वारका इलाके में होगी। इन रैलियों में भाजपा के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे।

इनके जरिए भाजपा की रणनीति ईस्ट और वेस्ट दिल्ली की कुछ बड़ी अनधिकृत कॉलोनियों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वोटरों को साधने की है। ध्यान रहे कि लोकसभा चुनाव के वक्त भी मोदी ने प्रचार अभियान के आखिर में सिर्फ एक रैली रामलीला मैदान में की थी और उसी से दिल्ली का पूरा चुनावी माहौल बदल गया था। बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि इस बार भी ऐसा ही होगा।