नई दिल्ली। CAA and NRC Protest: जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए और एनआरसी के खिलाफ कई दिनों से विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। रविवार को भी यहां प्रदर्शन जारी है। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ लगातार 30वें दिन प्रदर्शनकारी जामिया मिलिया इस्लामिया के गेट संख्या 7 पर जुटे हैं। कांग्रेस सांसद शशि थरूर और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा जामिया मिल्लिया इस्लामिया में चल रहे विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन में छात्रों की सहभागिता कम हो रही थी जबकि स्थानीय नागरिकों की संख्या बढ़ी हुई थी। रविवार को जामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी काफी संख्या में प्रदर्शन में पहुंचे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को संबोधित कर रहे वक्ताओं ने नारेबाजी और पोस्टर दिखा कर लोगों का उत्साह बढ़ाया।
प्रदर्शन में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा
सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे थे प्रदर्शनों में महिलाओं और लड़कियों की संख्या ज्यादा नजर आ रही है। शाहीनबाग और जामिया में चल रहे प्रदर्शनों में स्थानीय महिलाएं अपने बच्चों के साथ शामिल हो रही हैं।
इधर, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट पर हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए शनिवार लेखिका अरुंधती राय पहुंची थीं। राय ने भी सीएए के विरोध में नारेबाजी की और प्रदर्शनकारियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों ने देश को जगाया है। यह प्रदर्शन किसी समुदाय के लिए नहीं, बल्कि देश को टूटने से बचाने के लिए है। जामिया सीएए के खिलाफ जंग का केंद्र बन गया है।
सड़क पर लाइब्रेरी
15 दिसंबर को कथित रूप से पुलिस की लाइब्रेरी में घुसकर तोड़फोड़ के विरोध में जामिया विवि के छात्रों ने गेट के पास ही सड़क पर लाइब्रेरी बना दी है। इसमें छात्र किताबें पढ़ सकते हैं। छात्रों का कहना है कि लाठियों का जवाब हम किताबों से देंगे। जामिया विवि गेट पर चल रहे प्रदर्शनों में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर की रिहाई के लिए भी पोस्टर लगाए गए हैं।