15 जनवरी बाद दिल्ली का चुनावी संकल्प-पत्र, भाजपा की जीत सुनिश्चित : श्याम जाजू

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली प्रभारी श्याम जाजू ने कहा है कि पार्टी 15 जनवरी के बाद दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प-पत्र जारी करेगी। उन्होंने कहा कि ‘मेरी दिल्ली-मेरा सुझाव’ मुहिम के तहत जनता के बीच जाकर फिलहाल पार्टी सुझाव ले रही है, और 15 जनवरी तक मिले सुझावों के आधार पर पार्टी अपना घोषणा-पत्र तैयार कर उसे उचित मौके पर जारी करेगी।

श्याम जाजू ने कहा कि “लोकसभा चुनाव के दौरान इसी तरह जनता के सुझावों के आधार पर बने संकल्प-पत्र को काफी सराहनी मिली थी। इसलिए दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए संकल्प-पत्र भी जनता के बीच जाकर तैयार किया जा रहा है।”

भाजपा ने संगठन क्षमता में माहिर पार्टी के वरिष्ठ नेता श्याम जाजू को जुलाई 2015 में बतौर प्रभारी दिल्ली की कमान सौंपी थी। महाराष्ट्र के रहने वाले जाजू राजधानी में लंबे समय से भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में हैं। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ-साथ उनके पास दिल्ली और उत्तराखंड का प्रभार है। चार साल से भी ज्यादा समय से दिल्ली के संगठन को मजबूत बनाने में जुटे श्याम जाजू को उम्मीद है कि भाजपा इस बार दिल्ली में सरकार बनाने में सफल होगी।

उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के दौरान हमने सभी सातों सीटें जीती थी। तब दिल्ली की कुल 70 में से 65 विधानसभा सीटों पर भाजपा को लीड(बढ़त) मिली थी। दिल्ली में भाजपा पहले भी राज कर चुकी है। ऐसे में जनता ने इस बार मोदी के साथ जाने का मन बना लिया है। जो काम केजरीवाल सरकार नहीं कर पाई, उसे केंद्र की मोदी सरकार पूरा कर रही है। हमारी जीत सुनिश्चित है।”

केजरीवाल सरकार में मुफ्त बिजली-पानी क्या चुनाव में भाजपा की राह में चुनौती है? जाजू ने कहा, “दिल्ली की जनता सोचने वाली और समझदार जनता है। जनता केजरीवाल के बहकावे में नहीं आने वाली है। इस चुनाव में दिल्ली की जनता दूध का दूध और पानी का पानी करके दिखाएगी। पूरे साढ़े चार साल आप कोई काम नहीं करोगे और प्रधानमंत्री को गाली दोगे और फिर आखिर के छह महीने में ‘चीप पॉपुलर’ घोषणाएं कर आप चुनाव नहीं जीत सकते।”

उन्होंने कहा, “इस विधानसभा चुनाव में भाजपा बहुमत से सरकार बनाएगी। जनता ने पूरी तरह भाजपा को सत्ता में लाने का मूड बना लिया है।”

पिछले चुनाव में भाजपा की करारी हार के सवाल पर जाजू ने कहा, “वह चुनाव एक अपवाद था। जनता ने बड़ी उम्मीद के साथ आम आदमी पार्टी को जीताया था। मगर वादाखिलाफी, आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति और धोखे के सिवा कुछ नहीं मिला। जनता ने पूरे पांच साल देखा कि कैसे आम आदमी पार्टी अपनी नाकामी छुपाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेलती है। यह चुनाव परिवर्तन का चुनाव है।”