गाजियाबाद : नेशनल हाईवे पर स्नैपडील की रिसर्च एनालिस्ट से लूटपाट कर ऑटो गैंग के बदमाशों ने चलते ऑटो से फेंक दिया। घटना बुधवार देर शाम साढ़े सात बजे एनएच-9 पर डासना ऑटो स्टैंड के करीब की है। पीड़िता ने भाई को ऑटो स्टैंड आने के लिए फोन किया ही था कि आरोपितों ने स्टैंड पर पहुंचने के साथ ही स्पीड और बढ़ा दी। शोर मचाने पर आरोपितों ने मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और मारपीट कर मोबाइल, पर्स व करीब एक लाख रुपये की ज्वैलरी लूट ली। स्टैंड से करीब दो किमी दूर आरोपितों ने पीड़िता को चलते ऑटो से धक्का दे दिया। पीड़िता अंधेरे में डेढ़ किलोमीटर लौटी और एक अस्पताल से भाई को सूचना दी। 112 नंबर की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची।
भाई को फोन करते ही शुरू की लूटपाट
कात्यायनी पंडित अपनी छोटी बहन के साथ डासना की शक्तिनगर कॉलोनी में चाचा के साथ रहती हैं। पिता की दस साल पहले और मां की दो साल पहले मौत हो गई थी। एमबीए के बाद उन्होंने कुछ कंपनियों में जॉब की और एक साल पहले रिसर्च एनालिस्ट के रूप में नोएडा सेक्टर-59 स्थित स्नैपडील ज्वॉइन की। कात्यायनी के मुताबिक विजयनगर थानाक्षेत्र में एबीईएस स्टैंड से वह ऑटो में सवार हुई, जिसमें चालक के अलावा आगे और पीछे एक-एक युवक भी बैठे थे। घर के स्टैंड पर पहुंचने से कुछ मिनट पहले उन्होंने कुलदीप को फोन किया। घर के पास उन्होंने ऑटो रोकने को कहा तो पीछे बैठा शख्स पीड़िता का मुंह दबाते हुए स्पीड बढ़ाने के लिए चिल्लाया।
खुद ही निकाल दिए गहने
पीड़िता ने शोर मचाने की कोशिश की तो आरोपित ने उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और आगे बैठे व्यक्ति ने उनके मुंह पर घूंसे मारे। पर्स व मोबाइल छीनने के बाद आरोपित उनकी ज्वैलरी उतारने लगे। अंगूठी जोर से खींची तो दर्द की वजह से पीड़िता ने आरोपितों को इशारा किया। मुंह से कपड़ा हटाने के बाद पीड़िता ने खुद ही अंगूठी, इयररिग्स व सोने का कड़ा दे दिया। करीब दो किमी दूर फ्लाईओवर से उतरते ही आरोपितों ने ऑटो की रफ्तार धीमी की और चलते ऑटो से पीड़िता को धक्का दे दिया और जाते समय खाली पर्स लौटा गए। पर्स में रखे करीब 1500 रुपये, डेबिट कार्ड व अन्य दस्तावेज भी आरोपित ले गए। सड़क पर गिरने से पीड़िता घायल हो गई। उन्होंने मदद के लिए गुहार लगाई लेकिन हाईवे पर कोई उनकी मदद को नहीं रुका। डेढ़ किमी पैदल घर की ओर चलने पर एक परिचित के अस्पताल से उन्होंने भाई को फोन किया।
शिकायत से पुलिस ने किया इन्कार
कुलदीप ने बताया कि उन्होंने डासना चौकी और मसूरी थाना दो ही जगहों पर कात्यायनी की ओर लिखित तहरीर दी थी। थाना पुलिस ने उनका मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगवाने का भी आश्वासन दिया था। हालांकि अभी तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। सीओ सदर अंशु जैन के मुताबिक मसूरी थाने में कोई तहरीर नहीं मिली है। विजयनगर के कार्यवाहक थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने भी घटना की जानकारी से इन्कार किया है। हालांकि सीओ का कहना है कि पीड़िता लिखित तहरीर देती है तो रिपोर्ट दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।