बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के नरैनी कस्बे में रेत के अवैध खनन को लेकर भाजपा विधायक के भतीजे के साथ की गई कथित मारपीट के मामले में पुलिस अब तटस्थ रुख अपना रही है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार दोनों पक्ष खनन कारोबार से जुड़े हैं।
रविवार रात नरैनी कस्बे के मोतियारी मोड़ पर स्थानीय भाजपा विधायक के भतीजे के साथ कथित रूप से की गई मारपीट को लेकर भले ही विधायक ने इसे अपनी नाक का बाल समझ लिया है, लेकिन पुलिस इस मामले में तटस्थ है। सोमवार देर रात तक कोई भाजपाई इस मामले में नरैनी कोतवाली तो नहीं पहुंचा, लेकिन विधायक और उनके लोग देर रात तक कोतवाली में जमघट लगाए रहे और पुलिस पर कार्रवाई करने का दबाव बनाते रहे। लेकिन, पुलिस अभी तक तटस्थ भूमिका में है। न तो अभी तक प्राथमिकी दर्ज की गई है और न ही आरोपियों से पूछताछ हुई है।
हालांकि, इस मामले में नरैनी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) गिरीन्द्र सिंह ने मंगलवार को बताया, “मामले की जांच हल्का के उपनिरीक्षक बृजकिशोर मिश्रा को सौंपी गई है और जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं, नरैनी से भाजपा विधायक राजकरन कबीर के प्रतिनिधि नन्दकिशोर ब्रह्मचारी ने कहा कि जब नरैनी पुलिस विधायक से जुड़े मामले में रपट नहीं दर्ज कर रही है तो आम आदमी के मामलों का क्या होगा।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि “दोनों पक्ष अवैध तरीके से रेत खनन के कारोबार से जुड़े हैं। कथित पीड़ित युवक दीपक ने कुछ दिन पूर्व आरोपी चुन्नू यादव की तीन ट्रॉली बालू लेकर बेच लिया था, वही बालू उसके द्वारा मांगने पर विवाद हुआ और अब इसे तूल दिया जा रहा है।”
गौरतलब है कि नौगवां गांव की बागै नदी में किए जा रहे रेत खनन को लेकर दो पक्षों में रविवार रात विवाद हुआ था, जिसके बाद खुद को विधायक का भतीजा बताने वाला युवक दीपक मुदीर्रामपुर के चुन्नू यादव पर मारपीट करने का आरोप लगा रहा है।