नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हैसियत का पता लगाने के लिए आंतरिक सर्वे कराया है। इस सर्वे में पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है। आंतरिक सर्वे सच साबित हुआ तो दिल्ली में भाजपा 40 सीटें जीत सकती है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह सर्वे 20 जनवरी तक दिल्ली की सभी 70 सीटों पर बने माहौल के आधार पर हुआ है। अभी पार्टी मतदान होने से पहले भी एक और सर्वे कराकर सीटों पर संभावित जीत का अपडेट जानेगी।
हालांकि, भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में यह दावा कर चुके हैं कि भाजपा इस चुनाव में 47 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है। उन्होंने बीते 14 जनवरी को आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा था कि पहले हमें 42 के आसपास सीटें मिलने की उम्मीद थी, मगर सीएए के नाम पर विपक्ष की ओर से कराई गए हिंसा के कारण पांच से सात सीटें पार्टी को ज्यादा मिल रहीं हैं। पार्टी की ओर से कराया गया आंतरिक सर्वे मनोज तिवारी के दावे के बिल्कुल करीब तो नहीं मगर आसपास जरूर नजर आ रहा है।
पार्टी के दिल्ली इकाई से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस से कहा, “केजरीवाल सरकार की ओर से चलाए गए मुफ्त बिजली-पानी के दांव से पहले हम हताश थे, लग रहा था कि चुनाव हाथ से निकल रहा है। मगर जिस तरह से गृहमंत्री अमित शाह और अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुद कमान संभाली और छोटी-छोटी सभाओं के जरिए माहौल बनाना शुरू किया, उससे दिल्ली इकाई के पदाधिकारी जोश से भर गए हैं। आंतरिक सर्वे ने भी बता दिया है कि भाजपा इस बार 40 सीटें जीतने की स्थिति में है। जिन सीटों पर पार्टी को कमजोर स्थिति मिली है, वहां दोगुनी मेहनत की जा रही है।”
किन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा मजबूत है, इस सवाल पर पार्टी नेता ने घोंडा, मालवीय नगर, द्वारका, कृष्णानगर, मॉडल टाउन, मुस्तफाबाद, गांधीनगर, लक्ष्मीनगर, रोहिणी, विश्वासनगर जैसी सीटों के मिसाल के तौर पर नाम लिए। उन्होंने बताया कि आंतरिक सर्वे सच साबित हुआ तो दिल्ली में भाजपा सभी को चौंका सकती है। उन्होंने कहा इस बार मुकाबला एकतरफा नहीं कांटे का है।