नई दिल्ली: क्या करॉना वायरस अब एनसीआर तक पहुंच गया है? यह सवाल गुड़गांव और गाजियाबाद से संदिग्ध मरीज सामने आने के बाद उठ रहा है। ये तीनों ही लोग हाल ही में चीन से लौटे थे। बता दें कि इससे पहले जयपुर, मुंबई, बिहार के छपरा से संदिग्ध मरीज सामने आए थे। हालांकि, दिल्ली के हॉस्पिटल और एयरपोर्ट पर इसकी जांच के पूरे प्रबंध किए गए हैं। एयरपोर्ट पर करॉना वायरस की जांच हो रही है। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) में भी जांच की सुविधा है।बुधवार को दिल्ली पहुंचे गुड़गांव के दो लोगों को एयरपोर्ट पर रोकर उनका चेकअप किया गया और शुरुआती इलाज दिया गया। उन्हें जुकाम और गले में खराश की दिक्कत थी। पूरी जांच के बाद दोनों को घर जाने दिया गया। साथ ही इसकी जानकारी जिला स्वास्थ्य विभाग को दी गई है। ताकि विभाग इनसे संपर्क कर सके और इनकी निगरानी की जा सके। वहीं एक संदिग्ध मरीज गाजियाबद में मिली। डॉक्टरों ने 8 दिन पहले चीन से आकर इंदिरापुरम में अपने भाई के पास ठहरी युवती में करॉना वायरस के संक्रमण का संदेह जताया है। युवती की दिल्ली लौटने पर तबीयत खराब हुई, तो आरएमएल अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे आइसोलेशन में रहने की सलाह दी। वहीं, इधर लखनऊ से जानकारी मिलने पर जिले के स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पॉन्स टीम बुधवार को युवती के घर पहुंच गई। सीएमओ के अनुसार युवती में करॉना वायरस के कोई लक्षण तो नहीं मिले हैं, लेकिन टीम ने उसे 3 दिन तक अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती होने की सलाह दी, जिसे युवती ने नकार दिया। टीम को उसकी निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में सामने आए थे संदिग्ध मरीज
28 जनवरी को दिल्ली में तीन संदिग्ध सामने आए थे। तीनों को आरएमएल हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। बता दें कि भारत में अभी करॉना वायरस का कोई पॉजेटिव केस सामने नहीं आया है।
आरएमएल अस्पताल बना नोडल सेंटर
स्पताल में इलाज की तैयारी को लेकर नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) की टीम ने दौरा किया। वहीं, एम्स में भी आइसोलेशन वॉर्ड बनाया गया है। आरएमएल अस्पताल में वॉर्ड पांच को करॉना वायरस के लिए रिजर्व आइसोलेशन वॉर्ड बना दिया है। यहां पर दो क्यूबिकल हैं, जिसमें चार-चार बेड हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इस वायरस के जो मरीज आ रहे हैं, उनके ब्लड सैंपल की जांच पुणे में हो रही है।