गौरव चंदेल मर्डर केस : 350 बदमाशों पर पुलिस को हत्या का शक

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गौरव चंदेल हत्याकांड के नौ दिन बाद भी पुलिस बदमाशों का सुराग नहीं लगा सकी है। कई बिंदुओं पर जांच करने के बाद अब पुलिस को शक है कि 2019 में गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद की जेल से छूटे 350 बदमाशों में से ही किसी ने हत्याकांड को अंजाम दिया है। 

बदमाशों ने 6 जनवरी रात को पर्थला से गौड़ सिटी जाने वाले रोड पर गुरुग्राम की कंपनी के रीजनल मैनेजर गौर सिटी के फिफ्थ एवेन्यू निवासी गौरव चंदेल के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। बदमाश उनकी कार, नकदी, दो मोबाइल, लैपटॉप लूटकर ले गए थे। बदमाश वारदात के बाद पर्थला-गौड़ सिटी के सर्विस रोड स्थित हिंडन विहार स्टेडियम के किनारे लाश को फेंककर फरार हो गए थे। 

बदमाशों का वर्तमान स्टेट्स मांगा :  गौरव हत्याकांड की तह तक जाने के लिए जेल से बाहर आए सभी बदमाशों के नाम व पते की सूची संबंधित थानों में भेज दी गई है। थाना पुलिस से उनके क्षेत्र के बदमाशों के वर्तमान स्टेट्स के बारे में जानकारी मांगी गई है। ताकि पता लगाया जा सके कि यह बदमाश गौरव की हत्या से पहले और उसके बाद कहां पर थे? पुलिस ने इसके अलावा बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। 

नाम को सूचीबद्ध कर रहे : पुलिस ने जेल से बाहर आए बदमाशों में से लूटेरों को अलग से सूचीबद्ध किया है। इनमें कई गैंग के बदमाश शामिल है। मुख्य रूप से लूट की वारदात में जमानत पर बाहर आए बदमाशों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। 

फुटेज खंगाली
पुलिस के हाथ वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं लगी है। जबकि कई जगहों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खंगाली है। इसी कड़ी में पुलिस ने आसपास के टोल प्लाजा और पार्किंग में लगी सीसीटीवी फुटेज खंगालनी शुरू की है। इसके तहत डीएनडी, जेवर, कोटगांव दादरी के टोल प्लाजा और मॉल व अन्य जगहों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली। हालांकि पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले। 

कई कस्बों में दबिश
बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विशेषतौर पर गाजियाबाद से मेरठ के बीच आने वाले कस्बों और गांवों में दबिश दे रही है। पुलिस यहां पर ही सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। इस मार्ग पर दुकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। 

गौरव चंदेल हत्याकांड को अंजाम देने वाले बदमाशों का सुराग लगाने के लिए गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद की जेलों से एक साल में बाहर आए बदमाशों रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। शक है कि इनमें से ही किसी बदमाश ने वारदात को अंजाम दिया है।” -रणविजय सिंह, एसपी देहात