गिरफ्तार हुआ पोस्टर से नंबर लेकर स्वजन से रंगदारी वसूलने वाला

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ग्रेटर नोएडा : साइट पांच कोतवाली पुलिस ने एक अनोखे मामले का पर्दाफाश किया है, जिसमें आरोपित गुमशुदा पोस्टर में दर्ज स्वजन का नंबर लेकर रंगदारी वसूलता था। पुलिस का दावा है कि सार्वजनिक स्थल जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर चस्पा गुमशुदा के पोस्टर से आरोपित स्वजन का मोबाइल नंबर ले लेता था। इसके बाद स्वजन को फोन कर कहता था कि गायब व्यक्ति उसके पास है। यदि रंगदारी की रकम नहीं दी तो वह गायब व्यक्ति की किडनी बेच देगा। डर की वजह से स्वजन पेटीएम के माध्यम से रकम भेज देते थे। पुलिस ने शनिवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे जेल भेज दिया गया।

साइट पांच कोतवाली प्रभारी प्रभात दीक्षित ने बताया कि सिरसा में रहने वाले मोहर सिंह ने तीस दिसंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें कहा गया था कि उनका 24 वर्षीय बेटा राहुल संदिग्ध परिस्थिति में गायब हो गया है और उसके पास एक व्यक्ति का फोन आया जिसने कहा कि राहुल उसके कब्जे में है। आरोपित ने राहुल के पिता से पेटीएम वॉलेट में बीस हजार रुपये मंगवाए। इसके बाद जब पीड़ित ने कहा कि बेटा उसके पास नहीं पहुंचा तो आरोपित ने फोन स्विच ऑफ कर लिया। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए आरोपित का नंबर लिया और फिर से उससे संपर्क कर जाल बिछाया। आरोपित पुलिस के जाल में फंस गया और हत्थे चढ़ गया। आरोपित की पहचान अभिमन्यु शर्मा निवासी फरीदाबाद के रूप में हुई है। पूर्व में होमगार्ड में ड्यूटी की बात आई सामने : पुलिस ने दावा किया है कि अब तक की जांच में प्रकाश में आया है कि आरोपित अभिमन्यु हरियाणा में होमगार्ड की नौकरी कर चुका है। पुलिस आरोपित का इतिहास खंगालने में जुटी हुई है। ऐसे जाल में फंसा आरोपित : पुलिस ने आरोपित से संपर्क कर कहा कि राहुल को लौटा दो चाहे फिर से रुपये ले लो। आरोपित पुलिस के जाल में फंस गया और पुलिस टीम उसके पीछे लग गई। पुलिस ने स्वजन बनकर कहा कि पेटीएम में रकम ट्रांसफर नहीं हो रही है। इसलिए मिल कर पचास हजार रुपये ले लो। आरोपित ज्यादा रकम के लालच में पुलिस को राहुल के स्वजन समझ कर मिलने आ गया और हत्थे चढ़ गया।