खोजते रहे कॉन्ट्रैक्टर को कविनगर थाने के सिपाही, हापुड़ पुलिस ने कर दिया अंतिम संस्कार

Share

गाजियाबाद: पुलिस कितनी लापरवाह है इसका जीता जागता सबूत कविनगर थाने के रेकॉर्ड में दर्ज हो गया है। बालाजी एन्क्लेव में रहने वाले कॉन्ट्रैक्टर पवन शर्मा 4 जनवरी को सीए से मिलने के लिए घर से निकले, लेकिन नहीं लौटे। परिवार ने कविनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। यहां की पुलिस कारोबारी की लोकेशन तलाशने की बात कहती रही। इसी बीच हापुड़ पुलिस ने उसी कारोबारी का लावारिस में अंतिम संस्कार कर दिया। हापुड़ पुलिस का दावा है कि अंतिम संस्कार करने से पहले उन्होंने गाजियाबाद पुलिस को मृतक की फोटो के साथ जानकारी दे दी थी। हापुड़ पुलिस के अनुसार उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्वीटर पर भी इनकी फोटो डाली थी। अब पूरी घटना के बाद परिवार का पुलिस से एक ही सवाल है कि अब उनके पार्थिव शरीर को तो दे दो।

गला दबाकर की गई है हत्या
पवन शर्मा का पोस्टमॉर्टम हापुड़ पुलिस ने कराया है। इसकी रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई है। सोमवार देर रात परिवार के लोगों ने एसएसपी आवास पर प्रदर्शन के बाद कविनगर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। साथ ही साथ पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि हत्या के मामले में एसपी सिटी की देखरेख में 5 टीमें बनाई गई हैं। इस पूरे मामले में कॉर्डिनेशन की कमी दिख रही है। कहां पर गलती हुई, इसकी भी जांच की जाएगी। यदि किसी की गलती निकली तो कार्रवाई जरूर होगी।

पत्नी ने फोन किया तो 2 बार अनजान लोगों ने की बात
बालाजी एन्क्लेव में पति निधि और बेटे अग्रिम के साथ रहने वाले पवन जीबी पंत अस्पताल (दिल्ली) में कॉन्ट्रैक्टर हैं। उनके भाई अनिल शर्मा ने बताया कि 4 जनवरी को भाई ने एटीएम से 15 हजार रुपये निकालने के बाद दोपहर करीब साढ़े 12 बजे दिल्ली के लक्ष्मी नगर अपने सीए से मिलने की बात कहकर बाइक से निकला था। रात को लौटा नहीं तो पत्नी ने करीब 10:30 बजे फोन किया तो पवन के स्थान पर किसी अन्य ने बात की और कालकाजी मंदिर जाने की बात बोलकर फोन काट दिया। इसके बाद जब अगले दिन भी पवन घर नहीं आए तो पत्नी ने फिर उन्हें फोन किया तो अनजान व्यक्ति ने फोन उठाया और एक्सीडेंट होने की बात बताई। उसने कहा कि 2-3 दिन में घर लौट आएंगे। इसके बाद शक होने पर परिवार के लोगों ने कविनगर थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। जिसकी जांच गोविंदपुरम चौकी प्रभारी अरुण मिश्रा को दी गई थी।

सोशल मीडिया से लेकर थाने तक फोटो फिर भी किसी को जानकारी नहीं
हापुड़ पुलिस के अनुसार 6 जनवरी की सुबह लोगों की सूचना के बाद बक्सर गांव से आगे नहर किनारे पवन का शव मिला था। जिसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया था। सिंभावली थाना प्रभारी सुनील सिंह ने बताया पीएम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की बात आने पर दरोगा इसकी जांच कर रहे थे। उन्होंने आसपास के सभी जिलों के साथ दिल्ली में भी इसकी जानकारी दी थी। शव के पानी में होने के कारण वह खराब होने लगा था। जब 9 तारीख तक कोई सूचना नहीं आई तो नियमों के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि इससे पहले 6 जनवरी को ऑफिशियल ट्विटर पर मृतक की फोटो के साथ पोस्ट डाली गई थी। गाजियाबाद में डीसीआरबी के साथ कविनगर थाने में भी 7 जनवरी को सूचना दी गई थी, लेकिन हमसे इस बारे में कोई बात नहीं की गई।

पुलिस से पहले परिवार को मौत का पता चला
परिवार का आरोप है कि गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने उन्हें 4 जनवरी को पवन की विजयनगर और हरसांव की लोकेशन बताई। पुलिस ने परिवार को रविवार को हापुड़ लेकर जाने की बात कही थी। जब ये लोग हापुड़ जा रहे थे इसी बीच पवन के भाई अमित के पास किसी ने वॉट्सऐप पर फोटो भेजा। इसके बाद पुलिस और उन्हें अपने भाई की मौत की जानकारी हुई। जब वह सिंभावली थाने पहुंचे तो पता चला कि पवन का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। जिसके बाद उन्होंने एसएसपी गाजियाबाद आवास का घेराव किया। भाई अनिल ने बताया कि उन्हें भाई का शव तक देखने को नहीं मिला। पवन के पड़ोसियों का कहना है कि पवन के हापुड़ होने की लोकेशन मिली थी, लेकिन पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

परिवार को लूट का अंदेशा
पवन के छोटे भाई देवेंद्र शर्मा ने बताया कि उनका भाई 4 साल पहले ही बालाजी एन्क्लेव में परिवार के साथ शिफ्ट हुआ था। इससे पहले वह सभी हरदेव सहाए मोहल्ले में रहता था। उनका भाई जिस बाइक से निकला था, वह बाइक, उनका पर्स, चेन और अंगूठी गायब थी। परिवार लूट के बाद हत्या का शक जता रहा। हालांकि कॉल रेकॉर्ड के आधार पर पुलिस 3 लोगों से पूछताछ कर रही है।