सपा महिला सभा में फर्जी हस्ताक्षर का मामला गरमाया

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गाजियाबाद। समाजवादी पार्टी में जहां एक और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। वहीं दूसरी ओर महिला सभा में नित नए मामले सामने आ रहे हैं। नया मामला एक मनोनयन पत्र पर फर्जी हस्ताक्षर का बताया जा रहा है। इस संबंध में महिला सभा की पूर्व पदाधिकारी ने बयान जारी कर कहा है कि मनोनयन पत्र पर फर्जी साइन किए जा रहे हैं। जिसके चलते कभी भी कोई बड़ा घोटाला भी हो सकता है। ऐसे में इस मामले की पूरी तरह जांच की जानी चाहिए और सारा सच सामने आना चाहिए।

इस संबंध में सपा नेत्री दुर्गेश चौधरी ने कहा कि लोनी विधानसभा प्रभारी मेनका त्यागी को जिला अध्यक्ष महिला सभा कमलेश चौधरी ने जो लेटर जारी किया है। उस पर उनके सिग्नेचर फर्जी किए गए हैं आखिर उस मनोनयन पत्र पर फर्जी सिग्नेचर किसने किए हैं और क्यों किए हैं। इस बात का खुलासा होना चाहिए ताकि संगठन को मजबूती के साथ और पारदर्शिता अपनाते हुए चलाया जा सके।

इस संबंध में लोनी विधान सभा की नव नियुक्त विधानसभा अध्यक्ष मेनका त्यागी का कहना है कि लोगों का कहना है वह तो कहते रहेंगे। मुझे यह लेटर जिलाध्यक्ष कमलेश चौधरी ने दिया है। उन्हीं के साइन है और तो और मुझे जिला कार्यालय पर खुद अपने हाथों से दिया है। वही लोग उंगली उठाते हैं जिनके पीछे 4 लोग नहीं होते। वही इस संबंध में सपा महिला सभा की जिलाध्यक्ष कमलेश चौधरी का कहना है कि मनोनयन पत्र पर उनके ही सिग्नेचर हैं। किसी भी तरह का कोई भी फर्जीवाड़ा नहीं किया गया है।

गौरतलब है कि मौजूदा सपा महिला जिला अध्यक्ष कमलेश चौधरी का कार्यकाल शुरू होते ही विवादों में घिर गया है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है। दरअसल महिलाओं के बीच जाकर पार्टी को मजबूत करने के बजाय महिला सभा की पदाधिकारी आपस में ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जहां कमलेश चौधरी पर ही आरोप लगे थे कि वे अपनी टीम बनाने में ऐसे लोगों को पदाधिकारी मनोनीत कर रही हैं जो कि पार्टी सक्रिय कार्यकर्ता भी नहीं है। ऐसे में नए पदाधिकारियों को बिना सपा की सदस्यता दिलाए ही पदभार दिया जा रहा है।