लखनऊ के निजी अस्पताल में दो मरीजों की मौत पर स्‍वजनों ने क‍िया हंगामा, ऑक्‍सीजन सप्लाई बाधित होने का आरोप लगाया

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लखनऊ। राजधानी के टेढ़ी पुलिया स्थित एक निजी अस्पताल में शुक्रवार रात दो मरीजों की मौत हो गई। तीमारदारों ने ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से मरीज की मौत का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया विकास नगर पुलिस ने आक्रोशित लोगों को किसी तरह शांत कराया और उन्हें वहां से वापस भेजा। इंदिरा नगर निवासी रेशमा पाल को निजी अस्पताल में 13 अप्रैल को भर्ती कराया गया था जिनकी शुक्रवार रात में मौत हो गई। परिवारजन ने डॉक्टरों की ओर से इलाज में लापरवाही बरतने व सही से देखभाल नहीं करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में तोडफ़ोड़ शुरू कर दिया।

पुलिस के आने पर परिवारजन किसी तरह शांत हुए। पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत भी की है। उधर, जानकीपुरम विस्तार निवासी रजनीश श्रीवास्तव को अचानक सांस लेने में तकलीफ हुई। रजनीश के परिवार के राहुल का आरोप है कि तीन दिन से भर्ती मरीज से चिकित्सकों ने शुक्रवार को ऑक्सीजन हटा दिया। इससे रात नौ बजे के करीब रजनीश की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि रजनीश को निमोनिया हो गया था। वहीं, राहुल ने बताया कि अस्पताल प्रशासन अन्य मरीजों के तीमारदारों से भी ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवा रहा है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

कोरोना मरीज की तीन दिन से हाल-चाल नहीं देने पर मारपीट

अमौसी रेलवे स्टेशन के करीब स्थित टीएस मिश्रा अस्पताल में भर्ती एक कोरोना मरीज का तीन दिन से हालचाल नहीं मिलने पर परिवारजन आक्रोशित हो गए। पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा कोई जानकारी नहीं देने पर उनके साथ तू तू मैं मैं हो गई। इसके बाद मारपीट भी हुई। दोनों के बीच काफी देर तक गाली गलौच भी होती रही। इसके साथ ही परिवारजनों ने तोड़फोड़ भी की। इस बारे में अस्पताल के सीएमएस डॉ सुधांशु तिवारी को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। ज्यादातर अस्पतालों में कोरोना मरीजों के भर्ती होने के बाद उनके परिवारजनों को कोई सूचना नहीं दी जा रही है, जिसके चलते परिवार के लोग आक्रोशित हो रहे हैं और यह नौबत आ रही है।